Publisher: | Hemganga Prakashan |
Weight: | 200.00 gms |
Pages: | pp. 106 |
The book
"अनीशोपनिषद " is written by विराज . This book has total of pp. 106 (Pages). The publisher of this title is Hemganga Prakashan. We have about 27 other great books from this publisher.
ईशोपनिषत् के विलोम के रूप में यह पुस्तक लिखी गई हैं। ईशोपनिषत् में कहा गया हैं इस चलते फिरते संसार में जो कुछ भी हैं, वह ईश्वरमय हैं। अनीशोपनिषत् में कहा गया है कि ईश्वर है ही नहीं; जैसा लोग समझते हैं, वैसा तो वह कदापि हो ही नहीं सकता। मूल पुस्तक संस्कृत में 202 श्लोकों में हैं हर श्लोक का हिन्दी और अंग्रेजीर अनुवाद उसके साथ दिया गया हैं।